पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान
– फोटो : एएनआई (फाइल)
विस्तार
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार को गिराने में सऊदी अरब की कोई भूमिका नहीं थी। खान की सरकार को 2022 में सत्ता से बेदखल किया गया था।
इमरान की सरकार को अप्रैल 2022 में सत्ता से हटाया गया था। जिसके तुरंत बाद उन्होंने अपनी सरकार गिराने के लिए अमेरिका पर साजिश रचने का आरोप लगाया था। हाल ही में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी क नेता शेर अफजल मारवत ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कहा था कि सऊदी अरब ने अमेरिका के साथ मिलकर इमरान खान को पद से हटाने में भूमिक निभाई थी। इस बयान के बाद पीटीआई दबाव में आ गई थी। अब पार्टी के संस्थापक ने बयान देकर स्पष्ट किया है।
मारवत की ओर से यह बयान ऐसे समय में सामने आया था, जब सऊदी अरब के विदेश मंत्री शहजादा फैसल बिन फरहान अपने प्रतिनिधिमंडल के सााथ पाकिस्तान में निवेश की संभावनाओं की तलाश करने के लिए उच्च स्तरीय यात्रा पर गए। हालांकि, पीटीआई ने मारवत के बयान से खुद को अलग कर दिया। इसके बाद इमरान ने डैमेज कंट्रोल के लिए यह बयान दिया।
रावलपिंडी की अदियाला जेल में मुलाकात के बाद पीटीआई के नेताओं ने उनके बयान की जानकारी दी। पीटीआई समर्थित सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के प्रमुख साहबजादा हामिद रजा के मुताबिक इमरान ने बैठक के दौरान कहा कि सऊदी अरब उनकी सरकार को गिराने में शामिल नहीं था। इससे पहले पीटीआई ने कहा था कि मारवत का बयान किसी भी तरह से पार्टी की रणनीति या रुख के अनुरूप नहीं है।
इमरान खान के सऊदी अरब के साथ असहज संबंध थे। 2019 में मलेशिया में मुस्लिम नेताओं की एक बैठक में उन्होंने भाग लिया था। इस पर सऊदी अरब ने नाराजगी जताई थी।