बांसुरी स्वराज और कमलजीत सहरावत
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अभी तक के 17 लोकसभा चुनावों में राजधानी में 17 बार प्रमुख राजनीतिक दलों के महिला और पुरुष उम्मीदवारों में सीधा मुकाबला हुआ। इनमें से 10 बार नतीजा महिलाओं के हक में रहा। वहीं, वर्ष 1952 से 2019 तक हुए लोकसभा चुनाव में दिल्ली से 112 सांसद चुने गए थे। इनमें 14 महिलाएं थीं।
दिल्ली में महिला नेताओं ने पहले लोकसभा चुनाव से ही मोर्चा संभाल लिया था। 1952, 1957, 1971, 1984, 1996, 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 व 2019 में जीतने में सफल रहीं। महिला नेताओं के लिए वर्ष 1971, 1996 व 1998 के लोकसभा चुनाव वरदान साबित हुए। दो-दो सीटों पर महिला नेताओं ने जीत हासिल की थी। वहीं, वर्ष 1977, 1989 व 1991 में महिला उम्मीदवार नहीं जीतीं थीं, जबकि 1962, 1967 व 1980 में प्रमुख राजनीतिक दलों से महिलाओं को टिकट नहीं मिला।
दो सीटों पर पांच बार जीत
17 चुनावों में नई दिल्ली व करोल बाग क्षेत्र से पांच बार महिला सांसद चुनी गईं। वहीं, दक्षिण दिल्ली से दो बार, उत्तर पश्चिम दिल्ली व चांदनी चौक क्षेत्र से एक बार महिला उम्मीदवार जीतने में सफल हुई। महिला सांसदों में अनुसूचित जाति की चार उम्मीदवारों को छह बार जीत मिली। महिलाएं पांच बार करोल बाग व एक बार उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद बनीं।
इस बार दो महिलाएं मैदान में
इस चुनाव में दो महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। दोनों भाजपा के टिकट पर लड़ रही हैं। बांसुरी स्वराज नई दिल्ली और कमलजीत सहरावत पश्चिम दिल्ली से चुनावी मैदान में हैं। दोनों सीटों पर सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी से है। पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा और नई दिल्ली से सोमनाथ भारती से इनकी टक्कर है।
पुरुष उम्मीदवारों हराने वाली महिलाएं
वर्ष महिला सीट दल
1957 सुचेता कृपलानी नई दिल्ली कांग्रेस
1971 मुकुल बनर्जी नई दिल्ली कांग्रेस
1971 सुभद्रा जोशी चांदनी चौक कांग्रेस
1984 सुंदरवती करोल बाग कांग्रेस
1996 सुषमा स्वराज दक्षिण दिल्ली भाजपा
1996 मीरा कुमार करोल बाग कांग्रेस
1998 सुषमा स्वराज दक्षिण दिल्ली भाजपा
1998 मीरा कुमार करोल बाग कांग्रेस
2014 मीनाक्षी लेखी नई दिल्ली भाजपा
2019 मीनाक्षी लेखी नई दिल्ली भाजपा
महिलाओं को हराने वाली उम्मीदवार
1952 सुचेता कृपलानी नई दिल्ली केएमपीपी
1999 अनिता आर्य करोल बाग भाजपा
2004 कृष्णा तीरथ करोल बाग कांग्रेस
2009 कृष्णा तीरथ उत्तर पश्चिम कांग्रेस