
हज यात्रा
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सऊदी अरब में हज करने गए जॉर्डन के कम से कम 14 तीर्थयात्रियों की भीषण गर्मी से मौत हो गई। जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि हज यात्रा के दौरान 17 अन्य तीर्थयात्री लापता हो गए। हालांकि, इसे लेकर मंत्रालय लगातार सऊदी अधिकारियों के संपर्क में हैं।
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “जॉर्डन के 14 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि हज यात्रा के दौरान 17 तीर्थयात्री लापता हो गए।” मीडिया के अनुसार, अत्यधिक गर्मी के कारण स्ट्रोक से पीड़ित होने के बाद नागरिकों की मौत हो गई। मंत्रालय ने कहा कि तीर्थयात्रियों को सऊदी अरब में दफनाने या फिर जॉर्डन में स्थानांतरित करने के लिए सऊदी के अधिकारियों से बातचीत जारी है।
أعلنت مديرية العمليات والشؤون القنصلية في وزارة الخارجية وشؤون المغتربين ارتفاع عدد الوفيات بين المواطنين الأردنيين، الذين يؤدون مناسك الحج، إلى أربعة عشر وفاة، في حين بلغ عدد المفقودين ١٧ حاجاً.
وأكد مدير مديرية العمليات والشؤون القنصلية السفير د. سفيان القضاة أن الوزارة ومن… pic.twitter.com/n5dMGfEBgD
— وزارة الخارجية وشؤون المغتربين الأردنية (@ForeignMinistry) June 16, 2024
ईरानी तीर्थयात्रियों की भी मौत
ईरान ने भी बताया कि हज यात्रा के दौरान उनके पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। हालांकि, उन्होंने मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की। सऊदी अरब ने भी अभी तक जान गंवाने वालों को लेकर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। सऊदी के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अल-अब्दुलअली ने बताया कि रविवार को 2,760 तीर्थयात्री सनस्ट्रोक और लू के शिकार हुए। उन्होंने आगे कहा कि संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इसी के साथ उन्होंने तीर्थयात्रियों से भरी दोपहरी में नहीं निकलने की अपील की और खुद को हाइड्रेट रखने को कहा।
सोमवार को मक्का का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की संभावना है। हज यात्रा बुधवार को संपन्न होगी। पिछले साल हज यात्रा के दौरान 240 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में ज्यादातर इंडोनेशिया के थे। मौत के कारणों का खुलासा नहीं किया गया था। सऊदी के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल गर्मी से संबंधित बीमारी से जुड़े एक हजार मामले दर्ज किए गए थे, उनमें से 10 फीसदी मामले लू के थे।