भारत ब्रिटेन में एफटीए के लिए हो रही बातचीत
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ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली कंजरवेटिव पार्टी की आलोना की। विपक्षी पार्टी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी ने भारत के साथ संबंधों पर जरूरत से कुछ ज्यादा वादे किए। लेकिन पूरे नहीं किए। लेबर पार्टी ने घोषणा की कि वह अगर चार जुलाई को होने वाले आम चुनाव जीत जाती है तो वह मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) करने के लिए तैयार है।
लेबर पार्टी के छाया विदेश मंत्री डेविड लैमी ने इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह अपने मित्र एस जयंशकर के साथ साझेदारी की एक छत नहीं, बल्कि एक मंजिल बनाने की महत्वकांक्षा रखते हैं।
भारत और ब्रिटेन ने अनुमानित 38.1 अरब पाउंड प्रति वर्ष व्यापार संबंध बढ़ाने के लिए एफटीए वार्ता के 13 दौरा पूरे कर लिए हैं। दोनों देशों में चुनाव के बीच फिलहाल बातचीत रुकी हुई है। लैमी ने कहा, “कई दीवाली बिना व्यापार सौदे के आई और चली गई। बहुत से व्यवसायों को इंतजार पर छोड़ दिया गया है।” पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 2022 की दीवाली तक की समय सीमा के अंदर व्यापार समझौता पूरा करने की बात कही थी।
उन्होंने कहा, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और व्यापार मंत्री पीयूष गोयल को मेरा संदेश है कि लेबर पार्टी आगे बढ़ने के लिए तैयार है। आइए अपना मुक्त व्यापार समझौता करें और आगे बढ़ें।” लैमी ने कहा कि वह अगर चार जुलाई को सरकार के लिए चुने जाते हैं, तो वह जुलाई के अंत से पहले दिल्ली में होंगे। उन्होंने कहा कि कंजरवेटिव पार्टी ने भारत के साथ ब्रिटेन पर जरूरत से ज्यादा वादे किए हैं और कम पूरे किए हैं।
भारत को एक आर्थिक और सांस्कृतिक महाशक्ति बताते हुए लैमी ने लेबर के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से अपने भविष्य के कार्यकाल की योजना बनाने का आह्वान किया। उनके देश के विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने की उम्मीद है। लैमी ने कहा, भारत जैसी महाशक्ति के साथ सहयोग और सीखने के क्षेत्र असीमित हैं।